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सोमवार, जून 20, 2011

नमन उनको

 नमन उनको !


मिथिला के  बिहार प्रान्त दरभंगा में लदारी गाम  के स्वरुपम कुमार झा  1995 में दीक्षा प्राप्त कर  बन गए  स्वामी निग्मानंद.

34 वर्षीय  स्वामी 19 फरवरी , 2011 से  निरंतर रूप से पवित्र गंगा के  अस्तित्व  बचाने के लिए आमरण अनशन पर बैठे रहे . ३ महीने के  कठोर अनशन के बाद आख़िरकार काल की कोख में लीन हो गए...

बुधवार, मार्च 17, 2010

सुहानी रात

सुहानी  रात का मंज़र बीता जा रहा है .......रात की सपनीली ज़वानी का नशा , सुबह  की चमकीली रौशनी में टूट कर बिखर जाने को मजबूर है .......पास ही किसी ऑटो में बज रहे गाने की आवाज़ दूर तक फैलती  जा  रही है ......"सुहानी रात ढल चुकी ..ना जाने कब आओगे ".......मधुबाला की मदहोश आँखों का इंतज़ार दिल्ली की वीरान सडकों  पर पसरने लगा है.....और आने वाली सुबह  रात की वक्षों को धीरे धीरे सहला रही है.......